शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2013

"लघु कथा -शीर्षक :- सौ रुपये

लघु कथा -शीर्षक :-  सौ रुपये
   तिवारी जी कार्यालय पहुंचे ही थे की एक सज्जन आये और अपनी समस्या सुनाने लगे , बाबू जी कई हफ़्तों से दौड़ रहा हूँ किन्तु मेरा ट्रान्सफर आर्डर नही मिल  रहा है ! मैं अधर में पड़ा हूँ ! तिवारी जी ने पूछा कि आप राधेश्याम जी तो नही हैं ! उन्होंने कहा हाँ - हाँ  बाबूजी मै राधेश्याम ही हूँ ! तब तिवारी जी ने बताया कि आपका ट्रान्सफर आर्डर तीन बार रजिस्टर्ड डाक से आपके कार्यालय भेजा गया है किन्तु आप हमेशा अनुपस्थित रहे , और व्यक्तिगत होने के कारण अन्य किसी को सुपुर्द नही किया गया ! ये लीजिये अपना ट्रान्सफर आर्डर !
राधेश्याम जी  अपना ट्रान्सफर आर्डर पाकर अति प्रसन्न हुए और झट से सौ रूपये का नोट निकालकर तिवारी जी कि ओर बढ़ाते हुए बोले अरे बाबूजी ये चाय पानी के लिए रख लीजिये ! तिवारी जी ने  जवाब दिया आपका कार्य हो गया आप जाइये "मै सौ रूपये नही लेता हूँ " ! राधेश्याम जी थोडा सकपकाए और स्वतः संज्ञान लेते हुए कि शायद  ट्रान्सफर आर्डर के लिए  सौ रूपये कम है अतैव उन्होंने तुरंत पांच सौ रूपये का एक नोट निकाला और निवेदन करने लगे अरे बाबूजी इतना बड़ा काम किया है आपने मेरा चाय - पानी का तो हक बनता ही  है ! तब तिवारी जी ने सरल शब्दों में समझाया "दरअसल बात सौ  या पांच सौ कि नही है मुझे मेरे कार्य का पारिश्रमिक सरकार मासिक वेतन के रूप में देती  है "! रही बात चाय पानी कि उसकी आपको ज्यादा जरुरत है चूकि आप कई हफ्तों से भाग दौड़ कर रहे हैं ! इतना सुनते ही राधेश्याम जी अपना ट्रान्सफर आर्डर लेकर वहां से पलायन कर चुके थे !

सोमवार, 15 अप्रैल 2013

सुरम्य वातावरण और मनमोहक प्राकृतिक दृश्य

राजकीय पशुधन प्रक्षेत्र चक गंजरिया फॉर्म  लखनऊ सुल्तानपुर रोड पर स्थित भूमि  उत्तर प्रदेश पशुपालन विभाग की सम्पति है | यहाँ विभिन्न उन्नति शील प्रजाति की दुधारू गायों का पालन और उन्नतशील पशु वीर्य का संवर्धन किया जाता है | इसके साथ ही यहाँ तमाम ऐसी प्राकृतिक वनस्पतियाँ हैं जो हमारे पर्यावरण को अनुकूल बनाने मे सहायक हैं | इनके बीच में बहुत से ऐसे दुर्लभ प्रजाति के पशु पक्षी है जो विचरण करते रहते है| चूँकि मै हैदरगढ़ से सम्बन्ध रखता हूँ अतैव आये दिन जब सुल्तानपुर रोड से घर की ओर प्रस्थान करता हूँ तो कम से कम आधा घंटा का समय गंजरिया फॉर्म को देखने में जरुर लगता हूँ क्योकि इतना सुरम्य वातावरण और मनमोहक प्राकृतिक दृश्य  है कि यहाँ पर  अनायास ही मेरी गाड़ी रुक जाती है | चुकिं जिस कदर से भू मफियावों ने अपनी कुदृष्टि इस प्राकृतिक सम्पदा पर डाली है उससे मन बड़ा खिन्न रहता था | किन्तु ११ अप्रैल २०१३ का उच्च न्यायलय का निर्णय सुन कर थोडा आस बंधी  है कि शायद उन मूक जानवरों और वृक्षों कि पीड़ा न्याय कि  इजलास तक पहुँच गयी है | सरकार विकाश की अंधी दौड़ में शायद यह भूल गयी है कि  भारत के संविधान  के अनुक्षेद 48  और 48A  के तहत उपबंध है कि कृषि ,पशुपालन एवं पर्यावरण का संरक्षण और संवर्धन तथा वन्य जीवों कि रक्षा करना राज्य का परम कर्तव्य है |

मंगलवार, 26 मार्च 2013

हार्दिक शुभकामनाएं !

बना लेते हैं दुश्मन को भी अपना यार होली में,
अगर देखना है तो आना हमारे द्वार होली में !
आपसी प्रेम और सौहार्द के त्यौहार होली पर आप सभी को सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं !!!

सोमवार, 11 मार्च 2013

मुद्दा : यूपी बोर्ड में एजुकेशन माफियाओं का इंटरफेयर कैसे खत्म होगा?

U P बोर्ड शिक्षा प्रणाली में माफिया कही बाहर  से इम्पोर्ट होकर नही आते है , अधिकतर इंटर कॉलेज में प्रबंध समितियां और प्रधानाचार्य स्वयं ठेका लेकर नक़ल कराते  है, तो जब रक्षक ही भक्षक बन जाता है तो ऐसी त्राशदी  से कोई निजात नही दिला सकता है , और वो भी क्या करें जो घूस देकर नौकरी पाते हैं खाली वेतन से तो रिकवरी हो नही पायेगी | अगर माफियाओं से निजात दिलाना है तो पूरी प्रणाली में बदलाव लाकर पारदर्शिता पूर्ण काम करना होगा और  विद्यालयों में विद्यमान मठाधीशी ख़त्म करनी होगी | दो शब्दों में कहे तो शिक्षा को रोजगार परक बनाए का संकल्प  करें न क़ी शिक्षा प्रणाली को |