U P बोर्ड शिक्षा प्रणाली में माफिया कही बाहर से इम्पोर्ट होकर नही आते है , अधिकतर इंटर कॉलेज में प्रबंध समितियां और प्रधानाचार्य स्वयं ठेका लेकर नक़ल कराते है, तो जब रक्षक ही भक्षक बन जाता है तो ऐसी त्राशदी से कोई निजात नही दिला सकता है , और वो भी क्या करें जो घूस देकर नौकरी पाते हैं खाली वेतन से तो रिकवरी हो नही पायेगी | अगर माफियाओं से निजात दिलाना है तो पूरी प्रणाली में बदलाव लाकर पारदर्शिता पूर्ण काम करना होगा और विद्यालयों में विद्यमान मठाधीशी ख़त्म करनी होगी | दो शब्दों में कहे तो शिक्षा को रोजगार परक बनाए का संकल्प करें न क़ी शिक्षा प्रणाली को |
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