रविवार, 24 दिसंबर 2017

आप सभी को सुशासन दिवस पर बहुत बहुत बधाई और मंगलकामनाये ।

दैहिक दैविक भौतिक तापा।
राम राज नहिं काहुहि ब्यापा॥
सब नर करहिं परस्पर प्रीती।
चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीती॥
भावार्थ
'रामराज्य' में दैहिक, दैविक और भौतिक ताप किसी को नहीं व्यापते। सब मनुष्य परस्पर प्रेम करते हैं और वेदों में बताई हुई नीति (मर्यादा) में तत्पर रहकर अपने-अपने धर्म का पालन करते हैं ll
सुशासन दिवस पर सभी मित्रों से निवेदन है कि अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने की अपेक्षा अपने कर्तव्यों के निर्वहन पर ज्यादा गंभीर होने की आवश्यकता है । क्योकि कर्तव्य अधिकारों के पूरक हैं । आज देश के हर कोने से बस अधिकारों की मांग सुनाई देती है ।हमें देश के प्रति, माता- पिता, पुत्र, पत्नी , गुरु- शिष्य और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करना होगा । तभी एक बेहतर समाज की स्थापना होगी, तभी सरकार भी जन - जन तक अपनी पहुंच बना पाएगी । तभी शासन स्वशासन और सुशासन की संकल्पना साकार होगी ।
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आज ही के दिन हमारे देश के महान शिक्षाविद भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय जी, सर्वप्रिय पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी का जन्म हुआ था । दोनो ही भारत माता के सपूतो ने राष्ट्र निर्माण में अद्वितीय योगदान दिया । इस दिन को क्रिसमस डे के रूप में भी मनाया जाता है ।
आप सभी को इस पावन दिन पर बहुत बहुत बधाई और मंगलकामनाये ।
आपका
अमित दीक्षित "आदिदेव"
संस्थापक / अध्यक्ष
आदिदेव वेलफेयर फाउंडेशन
📞9453934488,8960330862
https://www.facebook.com/Aadidevngo

रविवार, 17 दिसंबर 2017

नीति वाक्य

दुनिया में शत्रु और मित्र पहले से नही होते, बनाने से बनते हैं । कोई भी व्यक्ति कुरूप और सुरूप हमारी दृष्टि के अनुरूप होता है । - आदिदेव