।। होली गीत ।।
नवरंग खिले नव,नव कमल खिले।
नव संवत्सर का आगाज़ हुआ ।।
अपने स्नेहिल स्वजनों से ।
मिलने का अवसर आज हुआ ।।
हम सबका करते हैं अभिनंदन ।
माथे पर टीका और चंदन ।।
होली की पावन वेला पर ।
नव संवत्सर के अवसर पर ।।
है आदिदेव की अरदास सभी से।
मिलजुल कर करो प्रयास अभी से ।।
ये कमल हमारा खिला रहे ।
कंधे से कंधा मिला रहे ।।
यह होली महज त्यौहार नही ।
गंगा यमुना का संगम है ।।
आपस मे भाई चारे का ।
आया यह स्वर्णिम अवसर है ।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आपको सपरिवार रंगों के त्यौहार होली की हार्दिक बधाइयाँ ।।।
अमित दीक्षित "आदिदेव"
संस्थापक/अध्यक्ष
आदिदेव वेलफेयर फाउंडेशन ।।
आदिदेव करियर कॉउंसेलर ।।
आदिदेव पब्लिक लाइब्ररी ।।
गुरुवार, 21 मार्च 2019
होली गीत
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