गुरुवार, 21 मार्च 2019

होली गीत

।। होली गीत ।।
नवरंग खिले नव,नव कमल खिले।
नव संवत्सर का आगाज़ हुआ ।।
अपने   स्नेहिल   स्वजनों    से ।
मिलने का अवसर आज हुआ ।।
हम सबका करते हैं अभिनंदन ।
माथे  पर   टीका   और  चंदन ।।
होली   की   पावन    वेला पर ।
नव   संवत्सर के  अवसर पर ।।
है आदिदेव की अरदास सभी से।
मिलजुल कर करो प्रयास अभी से ।।
ये   कमल हमारा खिला रहे ।
कंधे   से    कंधा   मिला रहे ।।
यह होली महज त्यौहार नही ।
गंगा    यमुना का संगम   है ।।
आपस     मे   भाई   चारे का ।
आया यह स्वर्णिम अवसर है ।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आपको सपरिवार रंगों के त्यौहार होली की हार्दिक बधाइयाँ ।।।
अमित दीक्षित "आदिदेव"
संस्थापक/अध्यक्ष
आदिदेव वेलफेयर फाउंडेशन ।।
आदिदेव करियर कॉउंसेलर ।।
आदिदेव पब्लिक लाइब्ररी ।।

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