मंगलवार, 25 दिसंबर 2018
प्रेरणा पुरुष श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी ।
रविवार, 29 अप्रैल 2018
असफलता एक चुनौती है स्वीकार करो ।
मित्रों
यू पी बोर्ड परीक्षा के परिणाम लगभग सभी को प्राप्त हो गए होंगे । मैं सबसे पहले असफल छात्रों को बताना चाहूंगा कि वे बिल्कुल निराश मत होवें, पास - फेल, और हार जीत का उतार - चढ़ाव ही जीवन का नाम है । अगर आप को असफलता हाथ लगी है तो निश्चित रूप से आपको सुधार की आवश्यकता है, अपनी रणनीति में बदलाव के साथ पुनः प्रयास करें । जब तक हम अपनी कमियों को छुपायेंगे तब तक सुधार सम्भव नही है । किसी विद्वान ने कहा है- "काबिले तारीफ और बुलंद मकसद में नाकामयाब रहना भी कम काबिले तारीफ नही होता ।"
सभी सफल छात्रों को बहुत बहुत बधाई । सभी उत्तीर्ण छात्रों से अपेक्षा है कि अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव करें और उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर होवें। सफलता और असफलता के बीच बस नज़रिये का फांसला है, हमे अपना नजरिया हमेंशा सकारात्मक ही रखना चाहिए चाहे जितना विषम परिस्थिति हो । नज़रिया बदलो नज़ारा खुद ही बदल जायेगा । मेरा मानना है हम दूसरों के लिए जो सोंचते हैं वही खुद के निष्पादन पर प्रदीप्त होता है । यदि हम समन्वित रूप से सबको साथ लेकर चलते हैं तो परिणाम लाभप्रद और सुखद होते है और यदि हम सब कुछ अकेले ही हासिल करना चाहते हैं तो परिणाम कष्ट प्रद और सफलता मीलो दूर हो जाती है ।
प्रख्यात विद्वान बाबू श्याम सुंदर ने कहा है- सफलता सार्वजनिक उत्सव है और असफलता व्यक्तिगत शोक ।
अमित दीक्षित"आदिदेव"
आदिदेव वेलफेयर फॉउंडेशन
फोन:05224042483,
मो.9453934488
शुक्रवार, 26 जनवरी 2018
गणतंत्र दिवस के पुनीत अवसर पर हार्दिक बधाई |||
सेमिनार: विषय : हमारे बच्चे विद्यालयों में कितने सुरक्षित है ???
विषय : हमारे बच्चे विद्यालयों में कितने सुरक्षित है ???
आदिदेव वेलफेयर फाउंडेशन एवं आई0 ए0 एस० नेक्स्ट संस्थान के तत्वावधान में वर्तमान समय में गंभीर समस्या बन चुके सामाजिक विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया जिसका मुख्य विषय वर्तमान समय में विद्यालयों में बच्चों पर हो रहे हिंसात्मक प्रहार पर चिंता व्यक्त की गयी ।
सेमिनार में मुख्य अतिथि श्री डी० के o त्रिपाठी जी ने अपने विचार प्रस्तुत किया बच्चों पर हो रहे प्रहार पर सामाजिक और आध्यात्मिक पहलुओं पर चर्चा की । विशिष्ट अतिथि श्री शिवम् शुक्ला जी ने बच्चों में नैतिक शिक्षा की कमी और काउन्सलिंग के आभाव की बात कही श्री शुक्ला जी ने आज के समाज में जोइंट फॅमिली में न रहने और अभिभावकों में निगरानी के आभाव पर ध्यान केंद्रित किया । आई0 ए0 एस० नेक्स्ट संस्थान की छात्रा वर्तिका अस्थाना ने विगत वर्षों में और वर्तमान समय में बच्चों पर हो रहे हमलों पर चिंता व्यक्त की ।
फाउंडेशन के सचिव श्री मानस जी ने वर्तमान समय में चलने वाले हिंसात्मक धारावाहिक और मोबईल कल्चर को भी इसका एक प्रमुख कारण बताया ।
सेमीनार में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने अपने - अपने विचार रखे और विद्यालयों में पैदा हो रहे असुरक्षित माहौल के कारण और निवारण पर चर्चा की गयी ।
सेमिनार में शामिल विद्वानों ने आज के दिन को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में भी सेलिब्रेट किया और लोगों को मतदान के महत्व और मतदाता पंजीकरण प्रक्रिया की जानकारी दी गयी।

